Kabhi sochna padega

Nov. 21, 2016, 5:23 p.m.

क्यों एक ख़ुशी दिल को हुई,
नज़रों को इंतज़ार हुआ .

कभी … सोचना पड़ेगा .

कितना जाना हमने तुझको,
कितना तुझपर ऐतबार हुआ ,

कभी … सोचना पड़ेगा .

कौन मिला है इस भीड़ में हमको,
और किसका इंतज़ार हुआ.

कभी … सोचना पड़ेगा .

हमने उसको लिखा था.
कुछ मिलने की कोशिश तो करो,
उसने लिख कर भेज दिया.

कभी … सोचना पड़ेगा .

Categories: Poetry

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