July 16, 2016, 3:28 p.m.
उठे उद्वेग कहीं हृदय में,
मैं अनभिज्ञ सचल समय में, कभी निश्छल क...
July 16, 2016, 3:25 p.m.
हे मन तू न हो चिंतित,
हे मन तू न हो विचलित !
अभी समय तुझसे विपरीत,